भारतीय क्रिकेट टीम पिछले एक दशक में क्रिकेट के तीनों फॉर्मेट में शानदार प्रदर्शन का नजारा पेश की है। भारतीय क्रिकेट टीम ने ना सिर्फ घरलु सीरीज जीती बल्कि विदेशों में जाकर भी ट्रॉफी जीती लेकिन सबसे बड़ी समस्या यह रही कि टीम इंडिया साल 2013 के बाद से कोई भी आईसीसी ट्रॉफी नहीं जीत पाई। भारतीय क्रिकेट टीम (Team India) के फैंस को हर टूर्नामेंट से पहले काफी उम्मीद होती है लेकिन अंत में निराशा ही हाथ लगती है।
इसके बाद फैंस के मन मे सवाल होता है कि वह कौन सी वजह है जिसके वजह से टीम इंडिया ट्रॉफी नहीं जीत पा रही है। इसी क्रम में ऑस्ट्रेलिया के पूर्व क्रिकेटर मैथ्यू हेडन ने बयान दिया है जिसमें उन्होंने भारत के असफलता के कारणों का जिक्र किया है, साथ ही उन्होंने रोहित शर्मा को WTC Final को लेकर सलाह भी दी है।
टीम इंडिया क्यों नहीं जीत रही ट्रॉफी
भारतीय टीम (Team India) को आईसीसी ट्रॉफी जीते 10 साल का समय हो गया, उसके बाद कई मौके आए लेकिन ट्रॉफी हाथ नहीं आ सकी। भारतीय टीम (Team India ) के इस असफलता का जिक्र करते हुए पूर्व ओपनर बल्लेबाज मैथ्यू हेडन ने कहा:
“इसमें निश्चित रूप से तकनीक का तो कोई सवाल ही नहीं है। इसलिए, ये सिर्फ अवसर और मानसिकता का सवाल होना चाहिए। मेरा मतलब है कि यहां क्रिकेट ही जीवन है। यह खेल का डीएनए है और इसका कोई अन्य प्रतियोगी नहीं है। वहीं, ऑस्ट्रेलिया में अगर मैं गलियों में चले जाऊं तो शायद मुझे कोई पहचान भी नहीं पाएगा, खासतौर पर इस भयानक ढाढ़ी और टोपी के साथ तो बिल्कुल नहीं (हंसते हुए)। वहां क्रिकेट के अलावा भी कई अन्य प्रतिस्पर्धी खेल हैं। जैसे, रग्बी, फुटबॉल, हमारे वाटरस्पोर्ट्स, सर्फिंग, आउटडोर खेल और यहां भारत में काफी सीमित है (ज्यादातर सिर्फ क्रिकेट पसंद करने वाले लोग) और इसलिए वहां काफी दबाव (खिलाड़ियों पर) होता है।”
मैथ्यू हेडन ने भारतीय टीम को दिया सलाह
ऑस्ट्रेलिया के पूर्व क्रिकेटर ने पीटीआई से बातचीत करते हुए आगे कहा कि,
“स्कोरबोर्ड पर नजर रखें, खिताब को ध्यान में रखें, और सिर्फ खेलते जाएं, और अपने प्रक्रिया का ठीक से पालन करते जाएं। ये कुछ वैसा ही जो आप फ्रेंचाइजी सेटअप में देखते हैं। गुजरात टाइटन्स ने इस साल वाकई में अच्छा प्रदर्शन किया है, सीएसके ने बहुत अच्छा प्रदर्शन किया है। मुंबई इंडियंस भी इसी तरीके की प्रक्रिया में विश्वास रखती है। इसलिए भारतीय क्रिकेट को मेरी सलाह यही होगी कि नतीजों को भूल जाएं और सिर्फ अपने प्रक्रियाओं का ठीक से पालन करते जाएं”