टीम इंडिया में जल्दी डेब्यू करना मयंक यादव को पड़ेगा भारी? पढ़ें हमारा ये खास विश्लेषण

Mayank Yadav : इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) भारत के लिए किसी वरदान से कम नहीं रहा है. इस लीग के जरिए टीम इंडिया को एक से बढ़कर एक होनहार खिलाड़ी मिले हैं. इसका सबसे बड़ा उदाहरण मौजूदा समय में हार्दिक पांड्या, सूर्यकुमार यादव और रिंकू सिंह जैसे नाम हैं. लेकिन भारत में पिछले कुछ सालों में सोशल मीडिया का दबदबा टीम इंडिया के लिए बेहद खतरनाक साबित हुआ है.

इसकी वजह से चयनकर्ताओं को कई बार जल्दबाजी में फैसला करना भारी पड़ जाता है. ऐसा ही कुछ मयंक यादव (Mayank Yadav) के मामले में भी देखने को मिल रहा है, जब से उन्होंने 157 की रफ्तार से गेंद फेंकी है, उनकी तुलना बड़े-बड़े पेस अटैक के बादशाह रहे खिलाड़ियों से होने लगी है. हैरानी तो इस बात की है, उनकी ये तुलना सिर्फ देश में रहने वाले क्रिकेट प्रेमी ही नहीं बल्कि ब्रेट ली और स्टुअर्ट ब्रॉड जैसे दिग्गज गेंदबाज भी कर रहे हैं. भारत में रफ्तार एक ऐसी डिमांड रही है, जो ना के बराबर देखने को मिलती है.

ऐसे में जब भारत में कोई 150 या उससे ऊपर की गति से गेंद फेंकता मिल जाता है तो ये तो देख के खेल प्रेमियो के लिए सोने पर सुहागा जैसी बात हो जाती है. वही हाल इन दिनों भारत में क्रिकेट चाहने वालों का है. जब से उन्होंने मंयक यादव को देखा है, मानो जैसे उन्हें शोएब अख्तर जैसा गेंदबाज मिल गया हो. फैंस की इन भावनाओं का हम सम्मान करते हैं, लेकिन जिस तरह से इस युवा खिलाड़ी को आसमान पर बिठाया जा रहा है और उन्हें टीम इंडिया में डेब्यू देने की मांग उठ रही है, वो जल्दबाजी हो सकती है. क्योंकि अभी गेंदबाज की असली परीक्षा होना बाकी है.

आईपीएल 2024 में मयंक यादव ने किया कमाल 

Mayank Yadav

आईपीएल 2024 में डेब्यू करने वाले मयंक यादव (Mayank Yadav) इस सीजन में अपने ही रफ्तार का रिकॉर्ड तोड़ने वाले गेंदबाज बन गए हैं. उन्होंने पहले मैच में जब रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के खिलाफ 156.7 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से गेंद फेंकी तो हर किसी की सांस हलक में अटक गई. उन्होंने सिर्फ गति का कमाल नहीं दिखाया बल्कि इस दौरान उन्होंने रजत पाटीदार, ग्लेन मैक्सवेल और कैमरून ग्रीन जैसे अंतराष्ट्रीय स्तरीय खिलाड़ियों का विकेट भी लिया. जिस तरह से उन्होंने ग्रीन को चकमा देते हुए गिल्लियां बिखेरी उसका शोर तो पूरी दुनिया में मच गया. जैसे ही मयंक का जिक्र होता है अपने आप कैमरून का विकेट का विजुअल आंखों के सामने आ जाता है.

आरसीबी के खिलाफ मयंक यादव (Mayank Yadav) ने अपने 4 ओवर के स्पेल में सिर्फ 14 रन देकर 3 अहम विकेट झटके थे. जिस मैच में क्विंटन डी कॉक ने 81 रन बनाकर टीम को मुश्किल परिस्थिति से निकाला उस मैच में प्लेयर ऑफ द मैच का खिताब मयंक ले गए. इससे पहले उन्होंने पंजाब किंग्स के खिलाफ भी अपने पेस और अटैक का ऐसा मुजायरा पेश किया था, जिसने बड़े-बड़े दिग्गजों को हैरत में डाल दिया. इस मुकाबले में भी उन्होंने मैच का पासा अपने दम पर पलटा और 4 ओवर फेंकते हुए 27 रन देकर 3 विकेट लिए.

उनके खाते में जॉनी बेयरस्टो, प्रभसिमरन सिंह और जितेश शर्मा आए. इसी मुकाबले के बाद उन्होंने आरसीबी के खिलाफ भी वही कमाल दिखाया था. जिसके बाद बैक टू बैक मैच में प्लेयर ऑफ द मैच का अवॉर्ड लेने वाले वह आईपीएल के पहले खिलाड़ी भी बन गए. महज 2 मैचों में मयंक यादव (Mayank Yadav) को वो शोहरत हासिल हो गई, जिसका सपना हर क्रिकेटर बचपन से देखता है. लेकिन यहां ध्यान देने वाली बात तो यह है कि मयंक महज 21 साल के हैं. लेकिन, इस उम्र में भी उनकी गेंदबाजी में सिर्फ गति ही नहीं है बल्कि उनकी लाइन-लेंथ भी शानदार है. इसके साथ ही उन्हें भारतीय पिचों पर स्विंग भी गजब की मिल रही है. खास बात यह भी है कि उन्हें स्टीप बाउंस भी मिल रहा है.

अब आप सोच रहे होंगे कि जब हर एक क्वॉलिटी इस गेंदबाज में है तो, आखिर हम ये क्यों कह रहे हैं कि टीम इंडिया में उन्हें डेब्यू देना जल्दबाजी का फैसला हो सकता है. तो इस पर भी हम बात करेंगे लेकिन उससे पहले हम ब्रेट ली के उस बयान पर नजर डाल लेते हैं, जो उन्होंने इस गेंदबाज के सिलसिले में दिया है. उन्होंने अपने X हैंडल के जरिए एक पोस्ट करते हुए लिखा है कि, भारत को अभी अभी उनका सबसे तेज गेंदबाज मिला है, जिसका नाम मयंक यादव (Mayank Yadav) है, जो रॉ पेस, बहुत ही प्रभावशाली है. जाहिर है कि ब्रेट ली जैसे नामचीन दिग्गज ने इस युवा भारतीय की तारीफ की है तो इस खिलाड़ी में कुछ तो बात होगी. ऐसा उनके लगभग चाहने वालों के दिमाग में चल रहा होगा.

क्योंकि ब्रेट जैसे पूर्व दिग्गज के फॉलोवर्स की कमी नहीं है. उन्हें सबसे ज्यादा प्यार भारतीय प्रशंसकों की ओर से मिलता है, तो जाहिर है कि फॉलोवर्स में भारतीयों की संख्या भी ज्यादा होगी. ऐसे में ये पोस्ट देख ना जाने कितने दिलों में मयंक की छाप पड़ गई होगी और लोगों को उनसे अथाह उम्मीदें भी हो गई होंगी. लेकिन, क्या उन्हें इतनी जल्दी उस दर्जे पर बिठा देना सही होगा, जिसके लिए मेहनत और अनुभव का लंबा समय लगता है. हैरानी तो इस बात से भी हो रही है कि, अब ऐसी चर्चाएं होने लगी हैं कि वो शोएब अख्तर जैसे महान गेंदबाज का भी रिकॉर्ड तोड़ सकते हैं.

इतना ही नहीं लोगों का तो ये तक कहना है कि ये गेंदबाज सिर्फ 20 लाख रूपये डिजर्व नहीं करता बल्कि उसे कम से कम मिचेल स्टार्क का आधा तो मिलना ही चाहिए, जिस पर केकेआर ने 24 करोड़ से ज्यादा की कीमत लुटाई है. लेकिन यहां लोगों को यह समझना होगा कि स्टार्क विश्वस्तरीय गेंदबाजों में गिने जाते हैं. जिन्हें क्रिकेट का अच्छा खासा अनुभव है और तो और वो बीते 13 सालों से क्रिकेट में योगदान देते आ रहे हैं. ऐसे में उनसे मयंक यादव की तुलना करना नासमझी कहा जा सकता है.

हद तो इस बात की हो गई है कि उन्हें जून में वेस्टइंडीज और अमेरिका में होने वाले टी20 विश्व कप 2024 में जगह देने की मांग उठने लगी है. ऐसा हम इसलिए कह रहे हैं क्योंकि आईसीसी इवेंट एक ऐसा टूर्नामेंट है, जिसमें हर एक टीम अपने बेहतर से बेहतर और अनुभवी खिलाड़ियों को स्क्वॉड का हिस्सा बनाना चाहती है ताकि हर परिस्थिति में वो ढल सकें और उस हिसाब से अपने खेल में बदलाव कर सकें. ऐसे में किसी ऐसे खिलाड़ी को सीधे आईसीसी इवेंट में डेब्यू दे देना, जिसको ना अंतर्रराट्रीय स्तर पर खेल का अनुभव है बल्कि उसने विदेशी पिचों पर किसी भी विरोधी टीम के बल्लेबाज का सामना ही नहीं किया है. ऐसे में फिर भी इस तरह का फैसला लिया जाता है, जो वो जल्दबाजी ही कहा जाएगा.

टीम इंडिया में जल्दी डेब्यू करना Mayank Yadav को पड़ सकता है भारी 

अब आते हैं उस सवाल पर जिसका जवाब आप ढूंढ रहे हैं कि हम क्यों नहीं चाहते कि जल्दबाजी में मयंक यादव (Mayank Yadav) को लेकर कोई फैसला लिया जाए? तो इसका सबसे बड़ा उदाहरण हम उमरान मलिक, वरूण चक्रवर्ती के तौर पर ले लेते हैं. यहां आपको ये समझना होगा कि हम इन गेंदबाजों का नाम सिर्फ उदाहरण के तौर पर ले रहे हैं और ऐसा नहीं है कि ये प्रतिभाशाली नहीं हैं. लेकिन, जल्दबाजी इनके करियर के लिए समस्या बन गई है. उमरान वो नाम हैं जो साल 2021 में सबसे तेज 156 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से गेंद फेंक चर्चाओं में आए थे. इसके बाद सोशल मीडिया पर चर्चाओं का बाजार ऐसा गर्म हुआ कि आईपीएल के खत्म होने के तुरंत बाद ही उन्हें टीम इंडिया में डेब्यू मिल गया. महज 3 से 4 महीने के अंदर उनका वो सपना पूरा हो गया, जिसके लिए कई खिलाड़ी दिन रात मेहनत करते हैं लेकिन, बावजूद इसके उनका सपना अधूरा रह जाता है.

उमरान ने भारत के लिए 2022 में टी20 डेब्यू किया और तब से अब तक सिर्फ 8 मैच खेलकर 11 विकेट लिए. इसके अलावा 10 वनडे मैच खेलते हुए 13 विकेट लिए हैं. पिछले 14 महीने से ना उन्हें टीम इंडिया के लिए टी20 फॉर्मेट में खेलने का मौका मिला है और ना ही 9 महीने से ODI प्रारूप में वो जगह बना पाए हैं. इसकी एक बड़ी वजह अब ये कही जाती है कि वो अपने लाइन लेंथ से भटक गए हैं. उन्हें मेहनत करने की जरूरत है. कईयों का तो यह भी कहना है कि उनकी गेंदबाजी में सिर्फ रफ्तार है, इसके अलावा उन्हें यह पता ही नहीं है कि गेंद कहां फेंकनी है. ये वही लोग उन पर सवाल उठाने वाले हैं, जो उन्हें भारत के लिए डेब्यू करते हुए देखने के लिए बेताब थे.

लेकिन, अनुभव एक ऐसा मंत्र है जो समय के साथ आता है. उसे ऐसे ही हासिल नहीं किया जा सकता है. ऐसा कुछ वरूण चक्रवर्ती के साथ भी रहा है. उन्हें भी साल 2021 में टीम इंडिया में डेब्यू आईपीएल के बूते ही मिला था. उनकी गेंदबाजी देख उन्हें मिस्ट्री स्पिनर का नाम दिया गया. लेकिन, अब हालात ऐसे हैं कि उनके लिए भारतीय टीम में जगह बनाना भी मुश्किल हो गया है. 2021 में उन्हें टी20 फॉर्मेट में डेब्यू मिला था. अब पूरे 17 महीने का लंबा समय बीच चुका है और वरूण चक्रवर्ती खुद टीम इंडिया में एक मिस्ट्री बनकर रह गए हैं. उन्होंने भारत के लिए 6 टी20 मैच खेलते हुए सिर्फ 2 ही विकेट लिए हैं.

हालांकि आपको बता दें कि ये दोनों ही खिलाड़ी बेहद प्रतिभाशाली हैं और आने वाले समय में अगर उम्मीद के मुताबिक अच्छा प्रदर्शन करते हैं तो भारतीय टीम के लिए खेलते हुए दिखाई दे सकते हैं. हमारा उनका मनोबल तोड़ने का इस लेख में कोई इरादा नहीं हैं. लेकिन हम सिर्फ ये समझाना चाहते हैं कि आईपीएल और अंतर्राष्ट्रीय दोनों ही स्तर पर खेलना अलग है. ऐसे में किसी भी खिलाड़ी को रातों-रात स्टार बना देने से उस पर जो प्रेशर आता है, उसके लिए वो हैंडल करना बेहद मुश्किल हो जाता है.

अब हम बात करते हैं मयंक यादव (Mayank Yadav) की, जो इन दिनों सोशल मीडिया सेंसेशन बने हुए हैं. उनके साथ भी कुछ ऐसा ही हो रहा है. आईपीएल 2024 में उन्हें लगातार 2 मैच के बाद इस तरह से फर्श से अर्श पर पहुंचा दिया गया है कि, उनके लिए हर बार फैंस के उम्मीदों पर खरा उतरना मुश्किल हो सकता है. ऐसे में टी20 वर्ल्ड कप 2024 में उन्हें मौका देने की मांग करना मयंक यादव (Mayank Yadav) के करियर को भी मुश्किल में डाल सकता है. इसलिए हम आपसे ये आग्रह करना चाहते हैं कि उन्हें खेलने दीजिए और अनुभव लेने दीजिए, ताकि जब टीम इंडिया में उन्हें डेब्यू मिले तो आने वाले दौर में वो टीम की उम्मीदों को पूरा कर सकें.

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